खबरें बॉलीवुड मनोरंजन साक्षात्कार साक्षात्कार : दीप मनी के गाने में कैटरीना की बहन-माशाल्लाह… By admin Posted on November 20, 2020 38 second read 0 0 161 Share on Facebook Share on Twitter Share on Google+ Share on Reddit Share on Pinterest Share on Linkedin Share on Tumblr दीपकदुआ… ‘एन्ना वी नाडोप-शोप मारे या करो…’ से शुरू करते ही पंजाबी पाॅप गायिकी की बुलंदियों को छूने वाले गायक दीपमनी ने ‘रेस 3’ मेंसलमान खान पर फिल्माए ‘हीरिए नी नशा तेरा करके…’समेत अपने हर गाने से अपने चाहने वालों को लुभाया है। अब उनका नया सिंगल ट्रैक ‘माशाल्लाह माशाल्लाह तेनूं कैण ओए होए…’ रियाना म्यूज़िक रिकाॅड्र्ससे आया है। खासबात यह है कि इस गाने में अदाकारा कैटरीना कैट की बहन इसा बेल कैफ भी नज़र आर ही हैं। पेश है दीप से हुई मेरी फटाफट बातचीत- -‘माशाल्लाह’ के ज़रिए आप क्या कहना चाह रहेहैं ? -यह गाना प्यार का संदेश दे रहा है। आप अगर पंजाबी पाॅप देखें तो उसमें लड़ाई-झगड़े हो रहे हैं, गोलियां चल रही हैं, दुनालियां लेकर लोग दिख रहे हैं। तो ऐसे में हमने प्यार और मोहब्बत की बात इस गाने के ज़रिए रखनी चाही है। और इस गाने को हमने हर किसी के लिए बनाया है। सिर्फ पंजाब के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए, हर उस जगह के लिए जहां हिन्दुस्तानी रहते हैं। -इस गाने में ब्लैक एंड व्हाइट रेट्रो लुक क्यों रखी गई है? -मुझे यह पूरी थीम ही बहुत पसंद आई। बहुत टाइम से मन में था कि कुछ रेट्रो किया जाए, कुछ हट के किया जाए। इसीलिए इस लुक को चुना। -इसा बेल कैफ को लेने की वजह? -वही, कि कुछ हट के करना था। एक ऐसा नया चेहरा जो खूबसूरत भी है, आकर्षक भी है और गाने की थीम के साथ फिट भी बैठता है। -पिछले काफी समय से पंजाबी पाॅप गायिकी में यह एक ट्रेंड-सा हो गया है कि तेज़ रफ्तार म्यूज़िक और वीडियो में महंगी कारें, विदेशी लड़कियां, समंुदर किनारे या किसी क्लब में शराब पीते-पिलाते हुए ही ऐसे गाने दिखाए जाते हैं। आपको नहीं लगता कि अब इससे दूर हटना चाहिए? -इसीलिए तो हमने इस गाने को थोड़ा अलग करने की कोशिश की है कि जो सब कर रहे हैं, उससे थोड़ा अलग चीज़ हम लेकर आएं। हालांकि इसमें भी आपको क्लब और लड़कियां मिलेंगी लेकिन एक तो इस गाने का म्यूज़िक फास्ट नहीं बल्कि बहुत ही मिठास लिए हुए है और दूसरी बात यह कि अभी हमने इससे हटना शुरू किया है तो यह बदलाव धीरे-धीरे ही आएगा। एकदम से बदलाव लाएंगे तो आज की आॅडियंस उससे कनैक्ट नहीं हो पाएगी। आगे जो मेरे गाने ‘चोरीचोरी…’ और ‘महबूब रख्या…’ आ रहे हैं उनमें आपको और भी बदलाव देखने को मिलेंगे। -पाॅप गायिकी के बाज़ार में जो भीड़ है, उसे लेकर आप कितने फिक्रमंद हैं? -भीड़ तोपा‘ जी, हर जगह है। करोड़ों की आबादी है देश में, तो हर जगह भीड़ तो मिलेगी ही। काम तो हर कोई करता है, करना चाहता है लेकिन जिस पर परमात्मा की कृपा होती है उसे ही कामयाबी मिलतीहै। मैं सिर्फ पूरी लगन के साथ अपने काम पर ध्यान देता हूं और मेरा मानना है कि अगर आपके काम में सच्चाई हो तो ऊपर वाला भी आपका साथ ज़रूर देताहै। -लेकिन कुछ लोग तो बहुत फटाफट सब कुछ पा लेना चाहते हैं? -कुछ लोग पा भी लेतेहैं।लेकिन वो कहते हैं न कि काठ की हांडी तोचूल्हे पर एक बारही चढ़ती है। दरअसल इस लाइन में शाॅर्टकट है नहीं। आपको मेहनत के साथ-साथ सब्र तो करना ही पड़ेगा। हम कुछ लोग जो यहां पर टिके हुए हैं, उसकी यही वजह है। -आपका असली नाम अमनदीप है, उसे दीप मनी क्यों किया? आपके पास मनी बहुत ज़्यादाहै या मनी कमाने की इच्छा? -(हंसते हुए) मनी कमाने की इच्छा बहुत ज़्यादा है। और इसीलिए कोशिश रहती है कि जोभी करूं, उसे पूरी शिद्दत के साथ अंजाम दूं ताकि वो लोगों को पसंद आए। वैसे मनी मेरा घर का नाम है, उसे ही मैंने दीप के साथ लगा दिया। –पंजाबी पाॅप गायिकी पर एक आरोप लंबे समय से लग रहा है कि इसने पंजाबी विरासत से नाता तोड़ लिया है? -आज अगर आप पंजाब जाएं तो देखेंगे कि आधे से ज़्यादा पंजाब तो लंदन, अमेरिका, कनाडा में है। मां-बाप खुद अपने बच्चों को बड़ा करके बाहर भेज देते हैं। आप उन्हें पंजाब में रहने दोगे तो वे लोग पंजाबी विरासत से जुड़ेंगे न। -इस पर कुछ बनाइए न। बतौर कलाकार यह एक सामाजिक ज़िम्मेदारी भी तोहै? -बिल्कुलहै। लेकिन अगर मैं विशुद्ध पंजाबी चीज़ें गाने लगूं तो लोग उससे उतना नहीं जुड़ेंगे। एक ट्रैंड जो सैट हो गया है, उसे धीरे-धीरे ही बदला जा सकता है। आज की पीढ़ी तक अपनी बात पहुंचानी है तो वह उस ट्रैंडके अंदर रहकर ही कहनी होगी और यही मेरी कोशिश है।