सोने के कारखाने से बरसा सोना
भारत से थाईलैंड जाने वाले कुल 14 खिलाड़ियों में से सात खिलाड़ी अकेले सोनिया विहार वाटर स्पोर्ट्स क्लब के हैं।
अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फिलिपींस जैसे 31 महारथी देशों को हरा तिरंगे का मान बढ़ाया।
ड्रैगन बोर्ड एसोसिएशन के चेयरमैन कमलजीत सिंह खुंगर ने कहा कि खिलाड़ियों की इस स्वर्णिम सफलता का जश्न पूरे देश में है, उनके वापस घर आने पर धूमधाम से मनायेंगे।
संवाददाता # सरकार के द्वार नेताओं के घर-घर मदद की गुहार लेकर भटकने वाले दिल्ली के लाल, बिना किसी मदद अपने दम निकले सोनिया विहार वॉटर स्पोर्ट्स क्लब के दिव्यांग खिलाड़ियों ने थाईलैंड में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय डै्रगन बोट चैंपियनशिप जीत दुनिया में भारत का डंका बजा अपना परचम लहरा दिया। भारत से थाईलैंड जाने वाले कुल 14 खिलाड़ियों में से सात खिलाड़ी अकेले सोनिया विहार वाटर स्पोर्ट्स क्लब के हैं।
आधे हिस्से में पूरा भारत यह संख्या साबित करने को पर्याप्त है कि “मेडल का कारखाना“ के नाम से मशहूर इस क्लब में देश के 400 मेडल में एशिया और अंतर्राष्ट्रीय प्रतीकों को भी अब अपनी झोली में डाल दिया है, ड्रैगन बोट एंड ट्रेडीशनल स्पोर्ट्स एसोसिएशन दिल्ली के महासचिव संदीप मिश्रा ने पत्रकार वार्ता के सवालों के जवाब में बताया कि यह क्षण देश के खेल उपलब्धियों के लिए स्वर्णिम अवसर लेकर आया है, जब दिल्ली के दबंगों ने दुनिया जीत ली है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फिलिपींस जैसे 31 महारथी देशों को हरा तिरंगे का मान बढ़ाया है। यह 130 करोड़ भारतवासियों के लिए जश्न का विषय है, लेकिन यह बताते हुए दुख होता है कि जब ये खिलाड़ी दिल्ली और देश का मान बढ़ाने तिरंगे का सम्मान सात समंदर पार ऊंचा फहराने जा रहे थे, तो दिल्ली और देश का कोई व्यापारी, नेता, मंत्री, संस्थान, सामाजिक कार्यकर्ता सहारा बन सामने नहीं आया। आखिर हमेशा की तरह ‘सोनिया विहार वॉटर स्पोर्ट्स क्लब’ के पदाधिकारियों ने साहस नहीं छोड़ा, हिम्मत जुटाई।
एक बार फिर अपने खिलाड़ियों पर भरोसा किया, उनके चेयरमैन क्लब के अध्यक्ष त्रिलोचन सिंह, यू.के चौधरी, प्रबंधक केपी सिंह, महासचिव मनजीत शेखावत, सचिव कौशल कुमार, महकार सिंह राठी अनिल पाण्डेय मिली सिंह, रेखा सहित सभी पदाधिकारियों ने आपस में मिलजुल कर सभी खिलाड़ियों-विनय कुमार, कृष्ण कुमार, कुश, सतीश कुमार, मुकेश कुमार की साधना को स्वर्णिम सोने का तगमा भेंट स्वरूप प्रदान किया। ड्रैगन बोर्ड एसोसिएशन के चेयरमैन कमलजीत सिंह खुंगर ने कहा कि खिलाड़ियों की इस स्वर्णिम सफलता का जश्न पूरे देश में है, उनके वापस घर आने पर धूमधाम से मनायेंगे। क्लब के अध्यक्ष केपी सिंह ने कहा खुशियां अभी दुगुनी हुई हैं, खिलाड़ियों के आने पर चार गुनी होंगी।
चेयरमैन अध्यक्ष त्रिलोचन सिंह ने बताया यह दिल्ली और देश के लिए स्वाभिमान का पल है खिलाड़ियों के साहस को नमन। उनके कोच मनजीत सिंह शेखावत ने कहा कि प्रतिभा को निखार, पसीने को सोने बनाने का नाम कोचिंग है मेरे खिलाड़ियों ने गुरु दक्षिणा के रूप में मुझे दुनिया जीत सोने का जो तगमा में दिया है, वह हमेशा यादगार बना रहेगा। सचिव कौशल कुमार ने कहा यह स्वर्णिम सफलता आने वाली पीढ़ियों के लिए वरदान बनेगी।
देश के इन खिलाड़ियों को सांसद मनोज तिवारी ने योगा दिवस पर पांच लाख रूपये सहायता स्वरुप देने का वायदा किया था, उम्मीद है दुनिया जीतने के बाद सांसद महोदय अपना वादा भी पूरा करेंगे, उम्मीद यह भी बढ़ गई है कि दिल्ली सरकार और भारत सरकार भी इस क्लब के विश्व विजेता, एशिया विजेता और देश जीतने वाले सैकड़ों खिलाड़ियों की तरफ सहयोग भरा हाथ आज नहीं तो कल जरूर बढ़ाएंगे। थाईलैंड खेलने गए खिलाड़ियों ने होने वाले सात में से हुए दोनों इवेंट में सोना और कांस्य जीता है। मतलब साफ है, सोने और चांदी की बरसात और भी बाकी है।