प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राष्ट्रपति भवन में तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली
नई दिल्ली : रविवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई। बता दें कि मोदी के साथ, वरिष्ठ भाजपा नेता राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और अमित शाह ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा पांच साल बाद कैबिनेट में वापस आए, जो दर्शाता है कि प्रधानमंत्री अपने तीसरे कार्यकाल में निरंतरता और अनुभव पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। 73 वर्षीय मोदी पहली बार 2014 में प्रधानमंत्री बने और फिर 2019 में फिर से पद पर लौटे।
जवाहरलाल नेहरू के बाद वे लगातार तीसरी बार चुने जाने वाले दूसरे प्रधानमंत्री हैं। वे वाराणसी से लोकसभा के लिए फिर से चुने गए। भारत के पड़ोसी देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के शीर्ष नेता – मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ’प्रचंड’, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ-इस समारोह में विशेष अतिथि थे।
विभिन्न क्षेत्रों के राजनीतिक नेताओं और प्रतिष्ठित व्यक्तियों के अलावा, ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्य और नए संसद भवन के निर्माण में शामिल सफाई कर्मचारी और मजदूर भी मोदी और नए मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। शपथ ग्रहण समारोह देखने के लिए राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में लगभग 9,000 अतिथियों की उपस्थिति रही।