- प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीके विजन के अनुरूप ‘विकसित भारत@2047’ थीम पर आधारित है ‘खादी इंडिया पवेलियन’.
- हॉल नंबर-6 में स्थापित ‘खादी इंडिया पवेलियन’ में 225 स्टॉलके माध्यम से प्रस्तुत की गई है ‘नये भारत के नयी खादी’ के उत्पादों की झलक.
- खादी के लिए उत्कृष्टता केंद्र (CoEK) द्वारा तैयार थीम पवेलियनयुवाओं के बीच आकर्षण का केंद्र.
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) 14 से 27 नवंबर, 2024 तक नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित ‘भारत मंडपम’में आयोजित 43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ)- 2024 में हिस्सा ले रहा है। आयोग ने ‘विकसित भारत@2047’ थीम पर,प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक ब्रांड बन चुकी,‘नये भारत की नयी खादी’ के उत्पादों की विस्तृत श्रृंखला हॉल नंबर-6 में प्रदर्शित की है। बुधवारको केवीआईसी अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने खादी इंडिया पवेलियन का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने देशभर से आये युवा उद्यमियों और खादी कारीगरों से स्टॉल पर जाकर संवाद किया और उनके उत्पादों की जानकारी ली।
मीडिया को दिये बयान में अध्यक्ष केवीआईसी श्री मनोज कुमार ने कहा कि खादी इंडिया पवेलियन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विजन ‘विकसित भारत@2047’ के अनुरूप तैयार किया गया है।खादी संस्थानों, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत स्थापित इकाइयों और देश भर से स्फूर्ति क्लस्टर के तहत स्थापित इकाइयों के माध्यम से खादी कारीगरों की भागीदारी के लिए 225 स्टाल्स की स्थापना की गई है, जिसमें बेहतरीन दस्तकारी, खादी और ग्रामोद्योग उत्पाद का प्रदर्शन किया गया है। अध्यक्ष केवीआईसी ने पवेलियन में स्थापित देशी चरखा, पेटी चरखा, विद्युत चालित कुम्हारी चॉक, कच्ची घानी तेल निकालने की प्रक्रिया, मंदिर में पूजा के लिए उपयोग किए हुए पुष्पों को री-साईकल कर बनाई गई अगरबत्ती-धूपबत्ती बनाने के सजीव प्रदर्शन (Live Demonstration) का भी अवलोकन किया।
केवीआईसी अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में खादी सबसे विश्वसनीय ब्रांड बन चुका है, जिसकी झलक खादी इंडिया पवेलियन में प्रदर्शित उत्पादों में स्पष्ट दिख रही है। उनके दूरदर्शी नेतृत्व में “स्वदेशी” और “आत्मनिर्भरता” की दिशा में खादी ने नये प्रतिमान स्थापित किये हैं।उन्होंने बताया कि खादी इंडिया पवेलियन में लगे 225 स्टालों पर भारतवर्ष के अलग-अलग क्षेत्रों के कारीगरों द्वारा निर्मित उत्पादों द्वारा भारत की समृद्ध विरासत, शिल्प कौशल और हस्त कला को प्रदर्शित किया जा रहा है। करीब 40% से अधिक स्टॉल ‘खादी’ निर्माण से जुड़ी संस्थाओं को आवंटित हैं, शेष स्टॉल में ग्रामोद्योग, पीएमईजीपी और स्फूर्ति की इकाइयों के उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है।श्री कुमार ने आगे बताया कि खादी इंडिया पवेलियन का उद्देश्य देश के कुशल कारीगरों द्वारा निर्मित उत्पादों को प्रदर्शित करना और ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ‘वोकल फॉर लोकल’ और आत्मनिर्भर भारत की पहल को बढ़ावा देना है। इस मंडप में देश के कारीगरों को अपनी कला की प्रस्तुति के लिए केंद्रीय मंच उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘खादी क्रांति’ ने पिछले 10 वर्षों में खादी और ग्रामोद्योग के कारोबार को 1 लाख 55 हजार करोड़ रुपये के पार पहुंचा दिया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में 10.17 लाख नये लोगों को रोजगार मिला है। केवीआईसी अध्यक्ष श्री कुमार ने सभी से अपील की कि स्वदेशी उत्पाद खरीदें ताकि ग्रामीण क्षेत्र में केवीआईसी से जुड़े लाखों कारीगरों को आजीविका के अवसर मिलें।