नई दिल्ली : फिडे महिला ग्रांप्रि शतरंज प्रतियोगिता 2022-23 का नाटकीय समापन हुआ। नई दिल्ली में हुई इस प्रतियोगिता में शीर्ष तीन स्थानों की खिलाड़ियों ने बराबर अंक हासिल किए। हालांकि, एलेक्जेंड्रा गोर्याचकिना ने बेहतर टाई-ब्रेकर स्कोर के कारण शीर्ष स्थान हासिल किया। इस शानदार मुकाबले का अंत समापन समारोह के साथ हुआ। महिला ग्रांप्रि के तीसरे चरण में पहले स्थान के लिए शीर्ष तीनों दावेदारों ने अंतिम दौर में छह-छह अंक हासिल कर ड्रा खेला। टाईब्रेकर के बाद, एलेक्जेंड्रा गोर्याचकिना को पहला स्थान दिया गया, बिबिसारा असौबायेव को दूसरा और झू जिनर को तीसरा स्थान मिला।
उद्घाटन समारोह के साथ नई दिल्ली में 24 मार्च को यह टूर्नामेंट शुरू हुआ और पुरस्कार वितरण और समापन समारोह के साथ पांच अप्रैल को यह संपन्न हुआ। एआइसीएफ (अखिल भारतीय चेस महासंघ) के अध्यक्ष डा. संजय कपूर ने शीर्ष तीनों स्थान प्राप्त एलेक्जेंड्रा गोर्याचकिना, बिबिसारा असौबायेव और झू जिनर को सम्मानित किया। शीर्ष प्रतियोगियों में विजेता घोषित करने के लिए बहुत कड़ा मुकाबला हुआ। शीर्ष तीनों खिलाड़ी एलेक्जेंड्रा गोर्याचकिना, बिबिसारा असौबायेव और झू जिनर सभी के समान छह अंक थे। हालांकि, बेहतर टाई-ब्रेकर स्कोर के कारण एलेक्जेंड्रा गोर्याचकिना ने शीर्ष स्थान हासिल किया।
इस दौरान एआइसीएफ के अध्यक्ष डा. संजय कपूर ने कहा, ‘इतने बड़े आयोजन की मेजबानी करना भारत के लिए बड़े सम्मान की बात है। यह शतरंज की दुनिया में देश की स्थिति को दर्शाता है। मैं इसमें शामिल सभी लोगों का आभारी हूं जिन्होंने इसे संभव बनाने में हमारा समर्थन किया। मैं फिडे और फिडे के अध्यक्ष अरकडी ड्वोर्कोविक को भी धन्यवाद देना चाहता हूं। साथ ही बहुत तेजी से आगे बढ़ने के लिए एआइसीएफ (अखिल भारतीय शतरंज महासंघ ) को भी श्रेय दिया जाना चाहिए और मुझे विश्वास है कि प्रतियोगिता एक बड़ी सफलता होगी।’
टेक महिंद्रा के मुख्य रणनीति अधिकारी और विकास प्रमुख जगदीश मित्रा ने कहा, ‘एआइसीएफ और फिडे के साथ हमारा दीर्घकालिक गठबंधन वैश्विक शतरंज को आगे बढ़ाने पर केंद्रित है। फिडे महिला ग्रांप्रि के साथ हमारी साझेदारी नई प्रतिभाओं को बढ़ावा देने और उनकी खोज करने और शतरंज की विरासत को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है। हम तकनीकी रूप से सक्षम रणनीति और निष्पादन को सशक्त बनाने के लिए उत्साहित हैं, जो हमारे व्यापार और इस खेल दोनों के लिए अहम हैं। मैं सभी महिला ग्रांप्रि विजेताओं और प्रतिभागियों को बधाई देता हूं और उनके भविष्य के प्रयासों में निरंतर सफलता की कामना करता हूं। शतरंज के खेल के प्रति उनके अटूट समर्पण ने महिलाओं की शतरंज की स्थिति को ऊंचा किया है और दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरित किया है। मैं इनमें से कुछ खिलाड़ियों को जून में ग्लोबल चेस लीग 2023 में प्रतिस्पर्धा करते देखने के लिए उत्सुक हूं।’