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नारी शक्ति और उसके स्वाभिमान को दर्शाता “मिराकी 2023”


  • आईडब्लूपी एकेडमी की छात्राओं ने विभिन्न कलाओं के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के स्वाभलम्बन  का सन्देश दिया

  • प्लक्षा बनी मिस आईडब्लूपी 2023  जबकि आँचल जायसवाल रही पहली रनरअप वही खुशप्रीत रही दूसरी रनरअप

नयी दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली मे नारी शक्ति और उसके स्वाभिमान को आम लोगो तक पहुँचाने और उनके हुनर को दर्शाने के लिए देश के प्रतिष्ठित महिला शिक्षा की अग्रणी संस्था  आईडब्लूपी एकेडमी  ने एक भव्य कार्यक्रम आयोजन किया। दिल्ली के हयात सेंट्रिक होटल  मे कला, सौंदर्य और संस्कृति के अनोखे मिश्रण “मिराकी 2023” मे 1000 से अधिक छात्राओं ने इस बढ़ते और बदलते भारत में लड़कियों के प्रभाव और सामंजस्य को अलग- अलग अंदाज में दर्शाया।

मिराकी 2023 का उद्धघाटन  आईडब्लूपी के प्रबंध-निदेशक विशाल निझावन द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया जिसमें मुख्यअतिथि, स्वाति मालीवाल, चेयरपर्सन  दिल्ली महिला आयोग, सिलेब्रिटी फ़ैशन डिज़ाइनर ललित डालमिया, वर्ल्ड रैंक 11 बॉक्सिंग चैंपियन गौरव बिधूड़ी , ईओडीबी के निदेशक अभिजीत सिन्हा, ग्लैमरस यू की मैनेजिंग एडिटर लक्ष्मी सिंह, मॉडल स्कूल बाराखंबा की एचओडी दीपा कटारिया, मेक-अप आर्टिस्ट मानसी मेहता, सप्रीम कोर्ट की वकील नम्रता भटनागर कुणाल निझावन आदि उपस्थित थे।

मिराकी और संस्थान के उद्देश्य के बारे मे बताते हुए आईडब्लूपी एकेडमी  के प्रबंध निदेशक विशाल निझावन ने कहा कि “हमे ख़ुशी और संतुष्टि है कि हम सबने मिलकर नारी-सशक्तिकरण का जो जिम्मा उठाया था वो सफल साबित हुआ है आज हम अपने संस्थान की 25वें साल को सेलिब्रेट कर रहे है। हमारा देश आज जिस मुकाम पर है उसमे नारी शक्ति का आदि-काल से ही बहुमूल्य योगदान रहा है और आज भी और आगे भी रहेगा। हमने हमेशा से ही लड़कियों को आत्मनिर्भर बनने पर जोर तो दिया ही है साथ ही उनको सामाजिक दायित्वों का निर्वाह करने कि लिए भी प्रेरित किया है ताकि वो अपने परिवार के साथ- साथ देश के विकास मे भी योगदान दे। हम न केवल  छात्राओं  की   स्किल्स (हुनर) को निखारते है बल्कि उनको 100% जॉब गारंटी भी देते है”।

इस आयोजन में  शानदार फैशन शो ने चार चांद लगा दिए। पहले चरण में आईडब्ल्यूपी की छात्राओं ने एथनिक परिधान के साथ रैंप पर प्रदर्शन किया, जिसमें भारतीय संस्कृति और उसकी धरोहर की झलक भी नजर आई। दूसरे चरण में भारतीय -पश्चिमी और  पश्चिमी परिधान की विस्तृत श्रृंखला का प्रदर्शन किया, जिसमें शानदार रंग – मिश्रण और अनेक तरह के डिजाइन और फ्यूज़न का तालमेल देखने को मिला। पॉलिटेक्निक की छात्राओं ने फैशन शो मे उपयोग किये गए तमाम परिधानो को न केवल खुद डिजाइन किया था बल्कि उन्होंने फैब्रिक, ड्राफ्टिंग, स्केचिंग, एम्ब्रोईडिंग और फिनिशिंग भी खुद ही दी थी। यह पॉलिटेक्निक की शिक्षा का एक अहम पहलू है, जिससे छात्राओं का आत्मविश्वास बढ़ता है और लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिए जोश बढ़ता है।


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