प्रतिभागी पूरे मनोयोग से इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं और एथिकल हैकिंग के क्षेत्र में ये सभी छात्र भविष्य में निश्चित तौर पर शानदार कार्य करेंगे।
हैकिंग को अक्सर नकारात्मक अर्थों में ले लिया जाता है, लेकिन अगर उद्देश्य सकारात्मक हो तो इससे देश और समाज को अलग-अलग क्षेत्रों में अनगिनत लाभ मिलते हैं।
नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलॉजी के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग ने सोमवार को ‘हैकथॉन’ का शानदार आयोजन किया। एनआईयू के टेक्नोब्लेज सोसाइटी द्वारा आयोजित हैकथॉन में देश भर से आए कंप्यूटर साइंस के छात्रों ने एनआईयू परिसर में एक से बढ़कर एक हैकिंग तकनीक का प्रदर्शन किया। हैकथॉन प्रतियोगिता में शामिल प्रतिभागियों की हौसलाअफजाई करते हुए नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर और यूपी के पूर्व डीजीपी डॉ. विक्रम सिंह ने कहा कि सभी प्रतिभागी पूरे मनोयोग से इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं और एथिकल हैकिंग के क्षेत्र में ये सभी छात्र भविष्य में निश्चित तौर पर शानदार कार्य करेंगे। हैकेथॉन प्रतियोगिता के प्रतिभागियों की लगन और मेहनत देखकर नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रो. (डॉ.) उमा भारद्वाज ने कहा कि हैकिंग को अक्सर नकारात्मक अर्थों में ले लिया जाता है, लेकिन अगर उद्देश्य सकारात्मक हो तो इससे देश और समाज को अलग-अलग क्षेत्रों में अनगिनत लाभ मिलते हैं। वहीं एनआईयू के प्रो. वाइस चांसलर प्रो. प्रसेनजीत कुमार ने कहा कि इस ‘हैकथॉन’ के जरिए छात्र तकनीकी क्षेत्र की चुनौतियों से निपटना सीखेंगे और इस तरह की प्रतियोगिता हमेशा छात्रों के मनोबल को बढ़ाती हैं।
हैकथॉन के दूसरे दिन पुरस्कार वितरण समारोह में एनआईयू के चांसलर प्रो. विक्रम सिंह ने सभी प्रतिभागियों की हौसलाअफजाई करते हुए कहा कि लगातार 24 घंटे जगे रहकर तकनीक पर मशक्कत करना कोई आसान कार्य नहीं है। इस अवसर पर एनआईयू के चांसलर प्रो. विक्रम सिंह और वाइस चांसलर प्रो. उमा भारद्वाज ने प्रतियोगिता में जीत हासिल करने वाले छात्रों को पुरस्कार वितरित किए। पुरस्कार वितरण के दौरानवाइस चांसलर प्रो. उमा भारद्वाज ने कहा कि जिन छात्रों को पुरस्कार हासिल हुए हैं, उन्होंने नई तकनीक पर वाकई बेहतरीन काम किया है। इस हैकथॉन मेंपहला पुरस्कार लॉएड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के छात्रों को और दूसरा पुरस्कार एनआईयू के छात्रों को हासिल हुआ। वहीं तीसरा पुरस्कार ग्रेटर नोएडा के जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी के छात्रों के हिस्से आया। पहले पुरस्कार के तौर पर छात्रों को 7 हजार रुपये, दूसरे पुरस्कार के तौर पर 3 हजार रुपये- जबकि तीसरे पुरस्कार के तौर पर छात्रों को 2 हजार रुपये दिए गए। गौरतलब है कि एनआईयू के इस हैकथॉन में देश भर के करीब तीन सौ प्रतिभागी शामिल हुए थे और इस प्रतियोगिता में शामिल सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।