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वास फाउन्डेशन के अंतर्राष्ट्रीय समारोह “अभिनव-24” में ड‌ॉक्टरेट की मानंद उपाधियों से नवाजी गई देश-विदेश की महान विभूतियां


न‌ई दिल्ली (राजेश शर्मा )- दिल्ली के लाजपत भवन ऑडिटोरियम, लाजपत नगर में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ वास फाउन्डेशन का अंतर्राष्ट्रीय समारोह- अभिनव-24

समारोह का आयोजन आज के अतिप्रदूषित वातावरण में प्रकृति से विमुख होने के परिणामों तथा प्राकृतिक चिकित्सा के महत्व की ओर ध्यान आकृष्ट करने के विशिष्ट लक्ष्य और विभिन्न क्षेत्रों में समाज के कल्याण के लिए निष्ठापूर्वक समर्पित कल्याण कार्यकर्ताओं को मानद डॉक्टरेट सम्मान से सम्मानित करने के उद्देश्य से किया गया।

समारोह में माॅरिशस और नेपाल के साथ राजस्थान, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक,तमिलनाडू, हरियाणा, मध्यप्रदेश, बिहार, आदि 12 राज्यों के प्रतिनिधियों ने सहभाग किया। आयोजन के विशिष्ट अतिथि रहे, नारायणस्वामी संत समुदाय के प्रमुख संत सेवक स्वामी जी महाराज, ऑल इंडिया आयुर्वेद संस्थान के डीन(पी एचडी) डाॅ महेश व्यास, डाॅ दिनेश उपाध्याय, आयूष मंत्रालय, अजय मोहन शर्मा,आईपीएस,महावीर गुप्ता, दिल्ली के वरिष्ठतम समाज कल्याण नायक, श्रीमती सीमा सूरी, अतिरिक्त महानिदेशक सैन्य, श्री दिनेश चंद गुप्ता, उपमहानिदेशक ट्रेड, श्री रमेश चंद्र, वरिष्ठ मीडिया सलाहकार, भारतीय संसद,l नाहर सिंह, निदेशक दिल्ली सरकार और डाॅ योगेश कुमार, एसएसआरयू।

कार्यक्रम का सफल एवं प्रभावी संचालन प्रसिद्ध कर्णरोग विशेषज्ञ डाॅ धर्मेंद्र मिश्रा ने प्रसिद्ध साहित्यकारा सीमा शर्मा मंजरी के सहयोग से किया। सभागार में अनेक वरिष्ठ मार्गनिर्देशकों जैसे हीरालाल पाण्डेय, बी एस वर्मा, राव शिवराज पाल सिंह, राज कुमार शर्मा,अशोक त्यागी, डाॅ नमिता जैन, एस एस कौशिक, प्रवीण व्यास, श्रीमती रेखा खन्ना, प्रदीप उपाध्याय, राजकुमार अग्रवाल, राजेन्द्र खरेड़ा, आदि अनेकों प्राकृतिक चिकित्सा एवं प्रशासन से जुड़े प्रबुद्ध महानुभावों, की उपस्थिति वास के आयोजन मण्डल के लिए प्रेरणास्रोत रही।

समारोह स्थल पर खचाखच भरे सभागार में उपस्थित अतिसम्माननीय अतिथियों की उपस्थिति में कार्यक्रम का प्रारम्भ विशिष्ट अतिथियों द्वारा प्रभु आराधना हेतु दीप प्रज्ज्वलन, सनातन आराधना पद्धति शंखनाद व मंत्रोच्चारण तथा श्रीमती सीमा शर्मा मंजरी द्वारा प्रस्तुत माँ शारदे वन्दना से हुआ। तत्पश्चात भारती माॅडल विद्यालय के छात्रों द्वारा नृत्य नाटिका और मंच पर मातृ-पितृ पूजन द्वारा बड़ों के सम्मान के सनातन संस्कार का संदेश प्रसारित किया गया।

उसके बाद कार्यक्रम ने साहित्यिक प्रवाह के साथ गति पकड़ी। कानपुर से आईं विख्यात कवियित्री श्रीमती कुसुम सिंह अविचल, विन्ध्य क्षेत्र रीवा,मप्र,से आईं विख्यात कवियित्री श्रीमती अरुणा पाठक, बैंगलोर से आईं कृष्णभक्त कवियित्री श्रीमती विनीता लवानियाँ, एवं जयपुर से आईं श्रीमती रंजीता ने अपने उद्देश्य सांकेतिक काव्यप्रवाह से सभागार को संदेश दिया। कार्यक्रम में टी वी व फिल्मों की अभिनेत्री एवं लेखिका श्रीमती श्रुति भट्टाचार्य की विशेष उपस्थिति रही।

तत्पश्चात माॅरिशस, भारत और नेपाल से उपस्थित लगभग 20 मानव कल्याण के प्रति समर्पित श्रेष्ठ समाज सेवकों को, मानद डॉक्टरेट सम्मान से सम्मानित किया गया। सभी सम्मान मोतीमाला, शाल और वास स्मृति चिन्ह प्रदान करके किए गए। उसके बाद विशिष्ट अतिथिगण ने अपने सार्थक संबोधनों द्वारा जीवन में प्रकृति के साहचर्य और संस्कारों के सकारात्मक प्रभावों का विस्तृत संदेश दिया। विशेष संबोधन रहा आयोजन के मुख्य अतिथि डाॅ महेश व्यास का। डाॅ व्यास ने देव भाषा संस्कृत से प्रारम्भ करते हुए राष्ट्र भाषा हिन्दी में, आचार व्यवहार व संस्कारों पर भी आयुर्वेद के नियमों के सामन्जस्य का बहुत प्रभावी उल्लेख किया।

कार्यक्रम का समापन वास के प्रबन्धन निदेशक डाॅ प्रदीप मिश्र”अजनबी” द्वारा आमंत्रित उपस्थित अतिथियों का आभार व्यक्त करने और जीवन में प्राकृतिक आरोग्य संवर्धन के उपाय अपनाने तथा उनका प्रचार प्रसार करने के आवाहन के साथ हुआ।


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