नई दिल्ली – दिल्ली के राजीव शर्मा ने दक्षिण कोरिया में आयोजित BWF विश्व सीनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप के 55+ वर्ग में जीत हासिल कर इतिहास रचा। राजीव शर्मा द्वारा फाइनल मुकाबले में जोरदार संघर्ष के बीच ताइपे के लियू एन होर्ग को हरा कर विश्व कीर्तिमान स्थापित करने वाली जीत हासिल की।
देश का तिरंगा लहरा कर दिल्ली आने पर राजीव शर्मा के स्वगत में एयरपोर्ट पर उनके भव्य स्वागत के लिए काफी संख्या में रिश्तेदारों के साथ-साथ विभिन्न संस्थाओं के सदस्य उपस्थित थे। जिसमें मुख्य रुप से फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा, अध्यक्ष राकेश यादव, महासचिव रजिंदर शर्मा, सतपाल सिंह मंगा, संजीव गुप्ता, यश, अनिल सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
जब राजीव शर्मा एयरपोर्ट से बाहर निकले तो जोर-जोर से भारत माता की जय जयकारा लगाने शुरू कर दिए और उन्हें फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया।
इस मौके पर राजीव शर्मा के जीजा व सदर बाजार फेडरेशन ऑफ ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव राजेंद्र शर्मा ने कहा कि मैं इनकी दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूँ, आज का दिन हम सबके लिए बहुत हर्ष का दिन है। राजीव ने आपनी मेहनत और लगन से अपने सपने को साकार करने के साथ साथ देश और परिवार का भी गौरव बढ़ाया है। क्योंकि 55 की उम्र में भी यदि कोई व्यक्ति खेल के मैदान में गोल्ड मेडल लेकर अपने को साबित करता है तो यह सबके लिए प्रेरणा होती है। राजेंद्र शर्मा ने कहा कि खेल ही एक ऐसा क्षेत्र है जहां आप बचपन के सपने को 55 की उम्र में भी पूरे कर सकते हैं।
इस अवसर पर परमजीत सिंह पम्मा ने कहा बड़ी खुशी की बात है। किस प्रकार राजीव जी ने यह मेडल जीतकर भारत का विदेशों में तिरंगा फहराया है और उन्होंने कहा हम चाहते हैं वह आगे आने वाले समय में हमारी युवा पीढ़ी को अपना अनुभव दे जिससे वह भी इसी प्रकार मेडल जीतकर भारत की शान में और चार चांद लगाएं।
राजीव शर्मा ने कहा बड़ी खुशी की बात है जिस प्रकार उनका भारत की धरती पर आते ही उनका इतना मान सम्मान किया गया वह इस खुशी के क्षणों को कभी भूल नहीं पाएंगे।
बता दें कि यह चैंपियनशिप हर 2 साल में आयोजित की जाती है। यह वरिष्ठ आयु वर्गों में पुरुष, महिला सिंगल्स,डबल्स और मिक्सड डबल्स मैचों की चैंपियनशिप है। राजीव ने अब तक 6 सीनियर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने मलेशिया में विश्व चैंपियनशिप डबल्स 35+ कैटेगरी में सिल्वर मेडल जीता था।